नाइरोबी फ्लाइसे बचक लाग का कर्ना ?
– मच्छरदानी (झुल) के भित्रे किल सुत्ना ।
– अगर अप्ने अपन छालामे किरा नेगठ डेख्बि कलेसे, उहिहे हाथले नाछुबि । अप्ने उहिहे फेंकाइक लाग कागजके टुक्रा प्रयोग करे सेक्बि ।
– अगर अप्ने उ किराहे छुलेलि कलेसे अप्ने उहे हातले आँख नाछुबि । अपन हाथ ओ प्रभावित क्षेत्र झत्हिसे साबुन पानीले मजासे धोइबि ।
– सुत्ना से पहिले पथ्रिक आंजर पांजर सफा करलेबि ओ झरालेबि।
– घरक आंजर पांजर अतिरिक्त झपस्यार ना हुइदेवि ।
हालसाले नेपालके तराई जिल्ला अर्थात् भारतसे सीमा जोरल जिल्लामे भारत ओरसे नाइरोबी फ्लाइ नामक कीरा आइलबटैं ओ धेर मानै अब्बा यकर एसिडके कारण बिराम परल बटैं । इ कीरा अफ्रिकी मुलुकसे भारत हुइटि नेपालमे प्रवेश करल हुइठ । ओ अब्बा धेर जहन असर करटिबटैं । भारी वर्षा हुइल पाछे पुनः घाम लाग्लेसे सांझके घरक भित्तर दिया बारल अवस्थामे मोका, डुवार सोझ प्रवेश कैना ओ इ किरनहे छुतिकिल एसिडले छालम् पच्पचैना घाउ जस्ते वा जनै खट्रा जस्ते घाउ हुइनासे सतर्क रहना सक्कुहुन जानकारी बा । असिन हुइलमे तुरुन्ते लग्गक अस्पताल जरुर जैबि ।
नैरोबी फ्लाईके किरा ओ लक्षण (फोटुम देखाइल किरा) कैलाली, कन्चनपुरके विभिन्न ठाउँमे फेन देखा परेलागल बटै !
नैरोबी फ्लाई पूर्वी अफ्रिकाके मूल निवासी पेडेरस जीनसमे रोभ बीटलके दुई प्रजातिनके साझा नाउ हो। बीटल ओइनमे पेडेरिन कना एक संक्षारक पदार्थ हुइठ, जोन छालाके सम्पर्कमे अइलेसे रासायनिक जराई सेकठ । इ जरलक कारण, नैरोबी फ्लाईहे कभुकाल “ड्रागन बग“ कहिजाइठ ।
इ किरानसे भेट हुइलेसे का कर्ना ते ?
डराइ नैपरि यकर उपचार करेसेकजाइठ, अगर अपने किराके सम्पर्कमे अइलक लक्षण महसुस हुइलमे लग्गेक स्वस्थ केन्द्रमे जाके उपचार कराइ सेक्बि ।
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