सजनि-सजना
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मंगलवार, जून 21, 2022
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सजनी ओ सजना, गोस्या गोसिन्या जस्टे हो । इ बर्खक सिगजनमे गैना गित हो । इ गित गैलेसे बर्खा मचठ कना आजा पुर्खनके बिस्वास बतिन । इ गितके रहान बरे बैराग मेरिक रहठ । सुन्ति मनबहलैना सजनि ओ सजना आपन पिह्रक गाई नै जन्ठै । इहे मारे हमार थाारुनके पहिचान गित बास कला संस्कृटि बरे जोखिम देखा परठ । असिन लागठ पाछेपाछे YouTube मिडिया मे किल सुने ओ हेरे मिलि । इहे मारे हम्रे अबक पिह्रक युवा गहिरसे सोचेपर्ना हस लागठ नाहि कि बरे जोर भिरे पर्ना बा ।" ......✍️ संगम
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