
पुरान परम्पराहे ओ सोचहे चुनौती
पुरान परम्पराहे ओ सोचहे चुनौती एक समयकके बाट हो, एकठो गाउँमे एक अद्भुत सुन्दरी लौन्डी रहिन, हुँकार नाम रुपनी रहिन । उ छ…
पुरान परम्पराहे ओ सोचहे चुनौती एक समयकके बाट हो, एकठो गाउँमे एक अद्भुत सुन्दरी लौन्डी रहिन, हुँकार नाम रुपनी रहिन । उ छ…
संस्मरण कोलकाहा गजल प्रशिक्षण ९औं थारू साहित्य राष्ट्रिय सम्मेलनमे सहभागी हुइकलाग मै टीकापुरसे दौलतपुर घाट हुइटी सोहरया…
अशोक चौधरीको थारु भाषाको यो गजल गहिरो भावना र संघर्षलाई व्यक्त गरेको छ । यसले जीवनको उतार चढाव, विश्वासघात, एक्लोपन र …
एमए पास कैके फेन नै काम पैलूँ कैहके जाँर किल पिके दिन कटैना तमान संघरियनके स्थिति डेख्के मही सोग लाग। एमए पास स्वयममे ब…
एकठो गाउँमे माया नाउक मनैया रहिन । हुँकार नाउँ जस्टे माया रहिन काम फेन ओस्टेहे रहिंन । गाउँमे हुँकार छोटमोट मिझ्नि पसल …
गजल एक पर्खा ना एक ना दुई टुहिन संग प्यार बार बार हुइ। कबु हुइबे नै करि रुकावट बस लगातार हुइ। आब तुँ मै एक दोसर के हो…
थारु गित भिडियो || सुघर्कि बठिनिया जब कोइ सुघ्घुर बिल्गाइट टे टरे से उप्पर सक्कु चिज हेरजाइट । मन नै मानट हेर्टि रहुँ ल…
पुरान परम्पराहे ओ सोचहे चुनौती एक समयकके बाट हो, एकठो गाउँमे एक अद्भुत सुन्दरी लौन्डी रहिन, हुँकार नाम रुपनी रहिन । उ छ…